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जून, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

ये मौसम अनोखे होते है-Hindi kavita

जाड़ा गर्मी हो या फिर बरसात ये मौसम अनोखे होते है ये है प्रकृति की अमूल्य धराये ये कितने अच्छे होते है हरे-भरे पेड़ पौधे अनमोल स्वक्छ हवा मिलती है फल भी हमको देते है रंग बिरंगे फूल खिलकर बग़िया महका देते है है ये कितने अच्छे होते है प्रातः काल सूर्य की किरणे मीठी-मीठी प्यारी-प्यारी धुप लिए धरती पर जब आते है हर सजीव प्राणी के मन में नई आशा की किरण जगाते है

कागज के फूलों सा होगा-Hindi kavita

जो इस धरती पर बुध्दी जिवि नहीं उसका आदर क्या होगा जिन फूलों में खुशबू नही कागज के फूलों सा होगा गौर से देखो इस दुनिया को थोड़ा ज्ञान तुम्हें होगा बिना कर्म किये कुछ भी हसील न होगा छोटा सा हैं जीवन कुछ काम तुम्हें करना होगा मरने से पहले मनुष्य कुछ नाम तुम्हें करना होगा भारत देश में जन्म लिया भारत का सिंगार करू अपने मन मर्यादा से भारत का सम्मान करू

वर्षा के दिन आये हैं-Hindi kavita

वर्षा के दिन आये हैं आकाश मे बादल छाये है धरती पर हरियाली छाई हैं हर कली कली मुस्काई हैं आकाश से बुन्दे गिरती हैं धरती आचल मे भरती हैं सबके मन को लुभाने लगे एक बार जो बर्षा आ जाये ये बादल बरस जरा धरती की प्यास अभी बाकी थोड़ा पानी देकर केवल और प्यास बढ़ा दी अगर दोगे कुछ इसको तुम कुछ देगी तुमको धरती बारह महीने ए बादल इंतज़ार करती धरती

ये मोड़ कैसा आ गया-HINDI KAVITA

जिंदगी मे दु:ख भरा ये मोड़ कैसा आ गया नाव मझधार में थी तूफान कैसा आ गया तूफान तो तूफान था घनघोर बादल छा गया देखते ही देखते बिजलीयो की गड़गड़ाहट कान तक आने लगी हवाओ का तेज झोका आधी बनकर चलने लगा आकाश से पानी की बुन्दे लहलहाकर गिरने लगी अब मुझे ऐसा लगे बचना यहा मुमकिन नही देखकर ये दु:ख का मौसम अब न मुझमे हिम्मत रहा की और आगे बढ़ सके पतवार भी अब हाथ से है छुट जाना चहती कुछ भी समझ में आये न मेरे क्या करे क्या न करे मै तो मरता कुछ नहीं मासूम कितने साथ है अब तो मेरी ज़िंदगी भगवान के ही हैं