जो इस धरती पर बुध्दी जिवि नहीं
उसका आदर क्या होगा
जिन फूलों में खुशबू नही
कागज के फूलों सा होगा
गौर से देखो इस दुनिया को
थोड़ा ज्ञान तुम्हें होगा
बिना कर्म किये कुछ भी हसील न होगा
छोटा सा हैं जीवन कुछ काम तुम्हें करना होगा
मरने से पहले मनुष्य कुछ नाम तुम्हें करना होगा
भारत देश में जन्म लिया भारत का सिंगार करू
अपने मन मर्यादा से भारत का सम्मान करू
उसका आदर क्या होगा
जिन फूलों में खुशबू नही
कागज के फूलों सा होगा
गौर से देखो इस दुनिया को
थोड़ा ज्ञान तुम्हें होगा
बिना कर्म किये कुछ भी हसील न होगा
छोटा सा हैं जीवन कुछ काम तुम्हें करना होगा
मरने से पहले मनुष्य कुछ नाम तुम्हें करना होगा
भारत देश में जन्म लिया भारत का सिंगार करू
अपने मन मर्यादा से भारत का सम्मान करू