हिंदी में प्रेम शायरी | बेस्ट रोमांटिक शायरी | दुखद शायरी संग्रह (Hindi shayari)

हिंदी में प्रेम शायरी | बेस्ट रोमांटिक शायरी | दुखद शायरी संग्रह (Hindi shayari)

Hindi shayari 

1. मैं निकला हूं ढूंढने सुकून रहता कहां है हकीकत से मेरा सामना हुआ यहां बिना कोई मुश्किल रहता कहां है।

2. मेरे खामोशियों में इश्क का जहर खोले जा रही हो ये सफर कहां रुकेगा जो बेखबर अपनी धुन में चली जा रही हो।

3. वो रिश्ता तोड़ने में माहिर है मैं रिश्ता बचाने निकला था पूछो ना मेरा क्या हश्र हो गया मैं एक बेवफा पर अपना हक जताने निकला था।

4. तू अगर झूठ के सारे परदे हटा दे तेरी मासूमियत का हर राज खुल जाएगा तुझे फरिश्ता समझ कर ये दिल दे दिया सोचा नहीं तू मेरा कातिल निकल जाएगा।

5. आज वो मेरी उदासी का कारण पूछे हैं जिनकी वजह से हम टूटे वो मेरा हाल पूछे हैं जख्म देकर कहते हैं खामोश क्यों हो क्या कहें अपना दर्द भी उनसे वो सवाल पूछे हैं।

6. लोग सवाल पूछेंगे तो क्या जवाब दोगे जब समझ नहीं रहेगी तो क्या हिसाब दोगे जब तुम राज नहीं पढ़ पाए मेरी खामोशी का तो मेरे जज्बातों का क्या अंजाम दोगे।

8. गलत मिली सजा का इंसाफ ढूंढते हैं कितने नादान हैं हम बेवफा में वफा ढूंढते हैं वो जख्म देकर खुद को मासूम बताते हैं मेरी सादगी तो देखिए सच सामने है और हम सच का पता ढूंढते हैं‌।

9. हम दूर से देखकर नियत पहचान लेते हैं चेहरे की मुस्कान में छिपी हर बात जान लेते हैं फरेब करने वाले कितना भी रूप बदलें हम दिल पढ़ते ही लोगों की औकात पहचान लेते हैं‌।

10. हर रोज वो मेरे जख्म को ताजा करते हैं हर दर्द पर अपना हक जताने का इरादा रखते हैं हम खामोश रहते हैं फिर भी उन्हें सुकून नहीं मिलता आजकल वो मेरे तकलीफों के जनाजे पर अपना फायदा रखते हैं।

11. आजकल औरतें ही पुरुषों के दिल पर राज करती है नजर उठा कर देखें तो धड़कनों पर अपना ताज रखती है ये मोहब्बत की दुनिया उनकी मुस्कान से चलती है वो चाह ले जिसे उनकी किस्मत आज भी बदलता है।

12. वो जरा सा रूठेगी फिर मान जाएगी मेरी खामोशियों को समझ कर मुस्कुरा जाएगी ये इश्क की नजाकत कुछ अलग होती है थोड़ा तकरार फिर मोहब्बत और बढ़ा जाएगी‌।

13. मैं क्या बताऊं किस तरह उभर रहा हूं हालात से खुद को जोड़ लिया है टूटी हुई हर बात से गिरा हूं कई बार ठहरा नहीं हूं किसी आघात से आज जो मुस्कुराता हूं वो सीखा है जिंदगी की हर कड़वी सौगात से।

14. अगर रास्ते से खुद ही भटक जाओगे तो मंजिल क्या मिलेगी अधूरी ख्वाहिशोें में लटक जाओगे हौसला रखो इरादों के मुताबिक कदम बढ़ाओ वरना अपनी गलतियों के बोझ तले सिमट जाओगे।

15. कर्ज देकर देख लो हर चेहरा उतर जाएगा ईमानदारी का सच भी वहीं से निकल आएगा।

16. अब मुझे तेरी लत लगने लगी है धड़कनों को तेरी आदत लगने लगी है हर पल तेरा ही ख्याल रहता है अब शायद मोहब्बत हर हद से आगे गुजरने लगी है

17. ये रूहानी चेहरा दिल में उतरने लगा है तेरे होने का एहसास रगों में उतरने लगा है अब मोहब्बत का सफर खामोश नहीं रहा तेरा नाम भी लूं तो दिल की धड़कनें बेकाबू होने लगती है।

18. हसीनों पर पहली नजर में यूं ना दिल लुटाया करो इनकी मुस्कानें अक्सर ख्वाब दिखाकर दिल बहलाया करती है हर चेहरे में वफा का आईना होता है मेरे दोस्त मगर जो दिखता है वही सच हो ये जरूरी नहीं होता।

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