पहली दफा प्यार होने लगा है मन कहीं जन्नत में खोने लगा है सच कह रहा हूं तेरे दीदार में दिल हर मंजर से खुशियां पिरोने लगा है तुम्हारी आदत हो गई है अकेले में मन नहीं लगता तुम्हारी चाहता हो गई है आजकल तुम्हें पाने के जुगाड़ में हूं तू मेरी इबादत हो गई है मेरे मोहब्बत को भूल जाना आसान नहीं है तुम्हारी खुशियों के लिए अपना बहुत कुछ खोया है तुम्हें जब भी किसी मुश्किल में देखा उस वक्त मैंने अपना चैन सुकून खाया है
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