Love shayari in Hindi | shayari Sangrah

पहली दफा प्यार होने लगा है मन कहीं जन्नत में खोने लगा है सच कह रहा हूं तेरे दीदार में दिल हर मंजर से खुशियां पिरोने लगा है

तुम्हारी आदत हो गई है अकेले में मन नहीं लगता तुम्हारी चाहता हो गई है आजकल तुम्हें पाने के जुगाड़ में हूं तू मेरी इबादत हो गई है

मेरे मोहब्बत को भूल जाना आसान नहीं है तुम्हारी खुशियों के लिए अपना बहुत कुछ खोया है तुम्हें जब भी किसी मुश्किल में देखा उस वक्त मैंने अपना चैन सुकून खाया है

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