1. तुम्हारी यादें भी, बहुत अजीब है। दिल में कांटों की तरह, चुभती भी है, और जिंदा भी रखती है।
2. कुछ इस तरह से, तुमसे मोहब्बत है। तुम मिलों या ना मिलों, मेरी दुआ में, हमेशा तुम ही रहती हों।
3. तुम वो ख्वाब हो, जिसकी मुझे लत लग चुकी है। दिल क्या चीज़ है, अब तो रूह भी, तुझ पर अटक चुकी है।
4. जो बातें लफ्जों में नहीं आ पाती है, वही सबसे सच्ची होती है। तुमसे दिल बहुत कुछ कहना चाहता है, मगर होठों तक आते-आते, हर एहसास खामोश रह जाते हैं।
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