अधूरी ख्वाहिशें और मुकम्मल मोहब्बत | Hindi shayari | Best shayari

Hindi shayari 

1. अपनी जिद पर मैं आ गया, मेरे मोहब्बत को कबूल करना पड़ेगा। अपने वादों से, तुम ना, मुकर पाओगी।

2. मीठी-मीठी बातों में मुझको फंसाया हुआ है, मुझे फंसाने का जाल बिछाया हुआ है। मैं भी किसी से कम नहीं हूं, हर हालात से निपटने का पूरा इंतजाम लगाया हुआ है।

3. तुम मिले तो उम्मीद का आसमान सज गया, तुम गए तो ख्वाब का तारा टूट कर बिखर गया। मोहब्बत हमने रूह से की थी, सूरत से नहीं, इसीलिए आज भी अधूरी ख्वाहिशों में, सिर्फ तुम्हारा नाम लिखा है।

4. मोहब्बत के सफर में, एक ख्वाहिश अधूरी रह गई, दिल की किताब में आज भी वही आखिरी पन्ना खुला है। उसकी यादों में पल-पल धड़कता है ये दिल, जिंदा तो हूं, मगर अब जीने का कोई मकसद नहीं है।

5. मैं परेशान हूं, तुम्हारी मनमानी से, मगर सोचता हूं। इश्क किया है, तो नखरे उठाने पड़ेंगे।

6. गलतियां हर किसी से होती है, और मुझसे भी हो गई नाराजगी छोड़ दो। अब कोई भूल ना होगी, मैं ख़्याल रखूंगा।

7. डांटता हूं, बोलता हूं, और तुम्हें समझाता भी हूं। तुम मेरी इज्जत हो, और मेरी इज्जत को किसी की नजर ना लगे, इसीलिए तुम्हें जमाने की नजर से छुपाता हूं।  

8. तुम्हारी तमन्ना में जी रहा हूं, हर पल ख्वाहिशों की चासनी में, अपने इश्क को डूबा रहा हूं। अब मोहब्बत का सफर रुकना मुमकिन नहीं है, अपने हर सांस में, तुम्हारी मोहब्बत को पा रहा हूं।

9. शिकवे गिले दूर करना है, अब बस तेरे करीब रहना है, तू मुस्कुराती है, तो मेरे जिंदगी में बहार आ जाती है। तमन्ना है, हद से ज्यादा प्यार करके, तेरी हर धड़कनों पर अपना अधिकार करना है।

10. तुमसे शिकायत नहीं है, एक सवाल है, प्यार था तो क्यों तन्हा छोड़ दिया। हर लम्हा मेरी जिंदगी, इसी बात का बवाल है।

0 टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

Post a Comment (0)

और नया पुराने