अकेलापन शायरी (akelapan shayari)

कभी हजारों की भीड़ में थे फिर बाद में तन्हा अकेला होकर रह गए हर शायरी में वो एहसास दिखेगा जो हर लफ्ज़ आपके दिल को छू जाएगा यहां पेश है। Akelapan shayari.

अकेलापन शायरी

1. जिंदगी के सफर में तन्हा अकेला हूं क्योंकि अब तक जो भी दोस्त मिले सब धोखेबाज मिले।

2. मेरे जिंदगी में भी कभी शोर गुल रहता था मगर अब हर तरफ खामोशियां है कहने को कुछ नहीं है जिंदगी में हजारों गम लेकर तन्हा अकेला हूं।

3. बड़ी शिद्दत से दिल लगाया था खुशहाल जिंदगी का ख्वाब देख रखा था इस बात का जरा भी अंदेशा नहीं हुआ जिंदगी के सफर में वो तन्हा अकेला छोड़कर निकल जाएगी।

4. जो अपने थे रुख मोड़ गए मुझे तन्हा अकेला छोड़ गए सब बेरोजगारी का असर है दोस्तों, दौलत गई हाथ से तब अपने अपनी आंखें खोल गए।

5. मैंने अमीरी-गरीबी दोनों देखा है भरी महफिल की भीड़ और फिर जिंदगी में अकेलापन भी देखा है लंबे सफर का अनुभव है वक्त के बदलाव में लोगों को बदलते देखा है।

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