लव शेरो शायरी | शायर मनोज कुमार
मेरे ख्वाहिशों में शामिल कुछ इस तरह हो चुकी हो हर धड़कन तुम्हारे प्यार से चलती है सच्चा हमसफ़र साथ हो तो इंसान की तकदीर बहुत जल्दी बदलती है
इधर-उधर की बातों में घूमाना छोड़ दो मोहब्बत है तो इधर आशिकी का नजराना छोड़ दो वरना मत तड़पाओ इसे ए दीवाना छोड़ दो
इन निगाहों की साजिश में मैं फंस गया हूं मगर जिंदगी का मजा आ रहा है मुलाकात की बेकरारी रहती है अब अकेले ना मुझसे जिया जा रहा है
मेरा शक यकीन में बदल गया जब वो रंगे हाथ पकड़ी गई टूटे सारे सपने सभी ख्वाहिशें बिखर गई उम्र भर का साथ का वादा करके धोखेबाज निकल गई
अच्छे ख्वाब दिखा कर लूटा गया है हर किसी का वादा झूठा गया है अब तो भरोसा नहीं होता ख्वाब हकीकत में बदलेगा मेरे मासूमियत पर होशियार चालबाजों की नजर पड़ गई है
मीठी-मीठी बातों के जाल में फंस गया उस हसीना को देखा तो खुद पर काबू नहीं हुआ उसके प्यार में फंस गया वो धीरे-धीरे सब कुछ लूट कर गई और मैं महंगाई की मार में फंस गया
तुमसे अपनी मोहब्बत का इजहार कर पाना आसान नहीं था बड़ी हिम्मत जूटा कर आधा अधूरा ही बोल पाया हूं मगर ये सच है अभी तक राज जरा सा ही खोल पाया हूं