हिंदी शायरी
यकीन कैसे करूं उसकी बात पर दिल तोड़ देती है हर मुलाकात पर यूं ही चला रहा तो लंबा काट कर जाएगी दिल से आवाज आने लगी है अब ना उसको प्यार कर
मैं अजनबी उसके शहर में भटकता रहा उसने पहचान कर भी पहचानने से इनकार कर दिया जो एक पल दूर रहना गवारा समझती नहीं थी उसने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दिया