न जाने किस कसूर का बदला लिया है-Hindi shayari, shayari Sangrah, love shayari

न जाने किस कसूर का बदला लिया है झूठी मोहब्बत के साजिश में मेरे दिल पर कब्जा किया है टूटकर बिखर हुआ हूं होश उड़ गए हैं यकीन नहीं हो रहा है इस तरह से धोखा दिया है

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