ख्वाहिशों को पहचान मिल गई है-Hindi shayari | shayari sangrah

ख्वाहिशों को पहचान मिल गई है मुझे मंजिल की सही राह मिल गई है हौसला बुलंद है आगे बढ़े जा रहा हूं अब कोई बला सफलता प्राप्त करने से रोक नहीं सकती है

मुश्किल वक्त में खुद को संभालना आसान नहीं होता है विवेक से सही निर्णय विकट परिस्थिति में कारगर होता है जो इंसान सोच समझकर कार्य करता है जिंदगी में सुख शांति बनी रहती है

अपनों के बगैर गुजारा हो नहीं पाएगा जो अहंकार में डूबे रहोगे लोग दूर हो जाएंगे फिर तनहाई में जिंदगी गुजारना पड़ेगा

मेहनत का फल मिलेगा कर्तव्य से पीछे मत हटना संघर्षों से खुशियों की सौगात मिलती है जब इंसान अपने हुनर का सही उपयोग करता है हर लम्हा सुकून में गुजरने लगता है

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