तुम दिल की धड़कनों में रहने लगी हो | Hindi shayari | shayari Sangrah | love shayari

तुम दिल की धड़कनों में रहने लगी हो मोहब्बत का असर ऐसा हो गया है अब अकेले में गुजारा नहीं होगा जिंदा रहकर भी बेजान हो जाऊंगा अगर मेरे साथ तुम्हारे प्यार का सहारा नहीं होगा

आजकल मोहब्बत भरी नजरों से देखने लगी है मेरे मन का चैन करार लूटने लगी है पाने को इस कदर बेचैन हूं जैसे गाड़ी प्लेटफार्म से छूटने लगी है

हर वक्त ख्वाबों खयालों में रहता हूं मुझे इश्क हो गया है सुध बुध खो बैठा हूं जिंदगी में बहुत ज्यादा रिस्क हो गया हैै

मेरे मोहब्बत का असर तुझ में भी हो जाएगा धीरे धीरे प्यार करने लगोगी खुशियों में दिन गुजरने लगेगा ख्वाहिशें मुकम्मल हो जाएगी

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