सभी शिकवे गिले खत्म हो गए हैं | हिंदी शायरी | शायरी संग्रह | लव शायरी

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सभी शिकवे गिले खत्म हो गए हैं मेरी ख्वाहिशों के अनुरूप काम करते हैं आजकल उनके प्यार में इतना इजाफा हुआ है हर लम्हा खुशियों में गुजरने लगा है

अरमान पूरे होने लगे हैं हम अच्छे ख्वाब संजोने लगे हैं किस्मत बदलने की आहट होने लगी है परेशानियां खत्म होने लगी है बेचैन दिल में राहत होने लगी है

अपने मुस्कान से मेरे दिल का करार छल रही है आंखों से प्यार का सवाल कर रही है मैं उत्तर देने को बेचैन हूं आजकल सुकून से जीना हराम कर रही है

बातों ही बातों में तकरार हो गया है रूठ कर बैठी है बवाल हो गया है मनाने की कोशिश लगातार कर रहा हूं

खूबसूरत आंखों में प्यार झलकता है दिल की हर बात का इजहार कर दो अब दूर रहना गवारा नहीं लगता है

तुम्हारे बिना मेरी जिंदगी का कोई वजूद नहीं होगा रूह में उतर गई हो मोहब्बत धड़कनों में जान बनकर रहने लगी है

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