Hindi shayari Sangrah

हिंदी शायरी संग्रह बेतहाशा इश्क करने लगा हूं आजकल मन मुलाकात को बेचैन रहने लगा है जिंदगी से बेरुखी दूर होने लगी है दिल प्यार की अहमियत समझने लगा है

खुशियों की महफिल सजने लगी है जिंदगी सवरने लगी है नजदीकियां धीरे-धीरे बढ़ने लगी है सच कह रहा हूं अब कोई मुश्किल नहीं है

अपनी खूबसूरत मुस्कान से, मेरे दिल पर ऐसा असर कर गई है धड़कनों में घर कर गई है उसके प्यार के लिए बेचैन रहने लगा हूंं

तुम्हारी आंखों की मस्तियों में ढेर सारा प्यार झलकता है मुझसे दिल की बात रोक पाना मुमकिन नहीं लगता है मन चाहता है कह दूं सभी ख्वाहिशें, उम्र भर साथ रहना, मैं चाहता हूं

तुम नसीब हो खुशनसीब हूं कि तुम करीब हो तुम्हारे प्यार से जिंदगी में खुशियों का माहौल रहता है कभी तन्हाई करीब आती नहीं है

Shayari
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