दुख के बादल हट जाएंगे खुशियों का सवेरा आएगा सच्ची राहों पर चलकर किस्मत बदलेगी भ्रष्टाचार मिट जाएगा जब हकीकत पर कायम समय दिशा बदलेगी
उज्जवल भविष्य बनाने को तिनका-तिनका जोड़ रहे हैं अपनी मुकद्दर का पैमाना हर मंजर में ढूंढ रहे हैं जब ठोकर से गिर जाते हैं कमियों का कारण ढूंढ रहे हैं अपार सफलता पाने को हर मुश्किल को तोड़ रहे हैं
गर्म स्वभाव में अक्सर माहौल बिगड़ जाता है शीतलता में ज्यादातर खराब काम सुधर जाता है
Hindi kavita |
कर्मों का हिसाब हो जाएगा मुकद्दर का सही वक्त आएगा मुझे मालूम है हालात से बिखरे हुए हो धैर्य से अच्छा दिन जरूर आएगा