HINDI KAVITA SANGRAH, मेरी किस्मत बदल गई है जीवन में खुशहाली आई है मजबूत हौसलों से बदहाली पर विजय पाई है अंधेरे में रोशनी लौट आई है
किसी दूसरे के गलती की सजा कोई बेकसूर न भुगते अच्छा होगा प्रताड़ित होने से टूटकर बिखर जाएगा जो सच्चा होगा गलतफहमी में बेदाग पर दाग न उछाले तो अच्छा होगा समय रहते हकीकत का पहचान करना अच्छा होगा समाज की सूरत बदल जाएगी जब हर शख्स के साथ इंसाफ होगा
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