दर्द-ए-दिल शायरी | मोहब्बत, बेवफाई और खामोशी का सफ़र
Manoj Kumar Shayari-
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मैं वाकिफ हो चुका हूं उनकी नजरों के वार से वो हर पल खामोशी में कयामत ढाने लगी है
मैं कैसे कहूं मेरी मोहब्बत नाजायज है दिल से मैंने उसे अपना खुदा माना है
कोई तो होगा जो मेरा दर्द समझेगा लोग कहते हैं इंसानियत आज भी जिंदा है
जब दोस्त ही दुश्मन जैसे निकल जाए फिर असली दुश्मनों की जरूरत नहीं रहती
वो हर बात में मन खट्टा कर देने वाली आदत लिए फिरते हैं हम हंसना भी चाहे तो जख्म ताजा करके रख देते हैं
हम टूट चुके हैं अपनों की बेवफाई से ये जख्म किसी गैर ने नहीं अपनों ने ही दिए हैं
मौसम की तरह आजकल लोग बदलने लगे हैं बातों में मिठास नियत में खोट रखने लगे हैं
दिल लगाकर ही तो मैंने उनसे दिल्लगी किया यूं ही नहीं उनकी हर ख्वाहिशें बेझिझक पूरी किया
जिंदगी के सफर में कई ऐसे मोड़ आएंगे कुछ जगहों पर तुम बिल्कुल टूटकर बिखर जाओगे और हां ऐसे चौराहे मिलेंगे रास्ते में जहां खुद को भी संभालना मुश्किल हो जाएगा
जो कहना है खुलकर कह दो हम भी इंसानियत निभाते हैं चुप रहकर सब सह लेने की आदत है मगर दिल हम भी रखते हैं
उनके वादों के सारे भ्रम टूट रहे हैं जिन पर सबसे ज्यादा भरोसा किया हम उन्हीं से टूट रहे हैं
मैं क्या कहूं कैसे कहूं की बिन कहे ए मेरी वफा ए मेरी पहली पसंद तू मेरी हर बात समझ जाए
तुम समझो तो बताऊं मेरा हाल कैसा है हंसते चेहरे के पीछ ये बवाल कैसा है
मैं टूट नहीं हूं मुझे जानबूझकर तोड़ा गया है मैं कहीं का नहीं रहा बीच राह में कुछ यूं छोड़ गया है उनके आगे मेरे वफा की कीमत क्या होती? बड़ी होशियारी के साथ मेरे जज्बातों से खेला गया है
अब तो हद हो गई मोहब्बत की वो अपनी ही इज्जत की ऐसी तैसी कर गए हमने समझा था दिल से निभाएंगे रिश्ता मगर वो दुनिया की फिजूल बातों में उलझ गए
पूछो ना कैसे जिंदा हूं इन खूबसूरत निगाहों मार झेलकर
लोग सवाल पूछेंगे क्या पाया क्या खाया हिसाब पूछेंगे जो खुद अपनी दिशाओं में खोए फिरते हैं वो हमसे हमारी उड़ान का हिसाब पूछेंगे
मैंने देर कर दिया दिल की बात कहने में बहुत कुछ लुट गया खामोश रहने में
उसने दिल्लगी तो कर लिया मगर वादों को तोड़ने का हुनर पहले ही सीख रखा था
झूठा इल्जाम लगा कर वो मुझको गिरा रहे थे और मैं खामोश रहकर हर लम्हा रिश्ता निभा रहा था सच की ताकत अपने पास थी इसीलिए चुप था वो फरेब लिख रहे थे और मैं भरोसा बचा रहा था
छुपाता रहा इश्क अब तक अब छुपा नहीं सकता हो गया है प्यार इतना बिना मुलाकात किए बिना बात किए अब रह नहीं सकता
तुम्हें पाने की जिद ने ये मेरा हाल कर दिया मैं खुद को भूला बैठा अपना ख्याल तुम्हारे नाम कर दिया
अब तो व्हाट्सएप पर चैटिंग सारी सारी रात बात होती है उसकी मीठी-मीठी बातों से अपनी थकान दूर होती है
दिल के जज्बात समझो तो एक बात कहूं तुम्हारे बिना हर खुशी अधूरी लगे
अब कुछ भी हासिल नहीं होगा वो कर चुकी है बेगाना अपनी मोहब्बत से हम लगे रहे दिल को समझाने में और वो निकल गई किसी और की चाहत में
तुमसे प्यार हो गया मैं हर होश से बेखबर हो गया इस दिल में तू बस गई है इसीलिए अब ये किसी और का नहीं हो रहा अब ये किसी और का नहीं हो रहा
कैसे समझाऊं उसको मैं अपने दिल की अब वो मेरे खामोशियों का मतलब समझती कहां है
सुनो एक बात दिल से कहूं तेरे बिना जीना मुश्किल है अब अकेले मन नहीं लगता तू ही मेरे धड़कनों की मंजिल है
ये लाइन तुम्हारे लिए लिखी है क्योंकि तुम मोहब्बत करती हो सच्ची नटखट हो खूबसूरत हो जवां हो मुझे लगती हो बहुत अच्छी
उसने वादों की राह में कभी पलट कर नहीं देखा झूठी कसमें देकर मुझे तन्हा बना दिया
हर बात कहना चाहता हूं मगर लफ्ज़ कम पड़ जाते हैं तेरे सामने आते ही दिल के ज़ख्म नम पड़ जाते हैं तूं पूछ ले बस एक दफा मेरा क्या हाल है हम जैसे दीवाने हैं तो एक इशारे में थम जाते हैं
मैंने मुस्कुराना सीख लिया है हर दर्द को दबाना सीख लिया है जिन्होंने मेरा दिल तोड़ा था उनको भुलाना सीख लिया है अब तन्हाइयों से अपनी यारी हो गई है गम से समझौता हो गया है जिंदगी के तूफान में खुद को संभालना सीख लिया है
मोहब्बत के सारे ठिकाने यही है दिल के बेशुमार फसाने यही है जिंदगी में इतनी मस्ती जायज है जिस दीवानगी में तुम हो उसके सारे अफसाने यही है
लगाव ऐसा हो गया मैंने बेइंतहा मोहब्बत की सारी हदें पार कर दिया बड़ी बेवफा निकली वो मेरी जिंदगी बर्बाद कर दिया
दिल को समझाया बहुत मत कर इतनी मोहब्बत मगर दिल जिद्दी है ये समझता कहां है
वो कहती रही आपका प्यार समझने के लिए थोड़ा वक्त चाहिए मैं इंतजार में रह गया वो किसी और बेहतर की तलाश में रह गई
तुम्हें छू लूं तो लगता है मेरी दुआ पूरी हो गई है वरना ये मोहब्बत का सफर अधूरा सा लगता है
अब ये मेरी धडकनें हर पल तेरे ख्याल में रहती है तेरे सिवा कुछ अच्छा नहीं लगता मेरी रूह तेरे प्यार में रहती है
उसकी ख्यालों में मेरा हर वक्त कटता है मैं कैसे कहूं कि मोहब्बत नहीं है
जिंदगी अपसेट है उसकी बेवफाई में हर रोज टूटा हूं झूठे वादों की परछाई में खेल समझा मेरी मोहब्बत को मैंने चाहा जान से भी ज्यादा हर तरफ तन्हाई है बस जख्म बचें हैं उसकी रुसवाई में
वो प्यार भी करते हैं ऐतबार भी करते हैं मगर कभी-कभी यूं ही तकरार भी करते हैं दिल में छुपा कर रखते हैं अपनी जान से भी ज्यादा मगर मूड खराब हुआ तो मेरा काम तमाम भी करते हैं
हमारे फेसबुक पेज पर आप सभी लोगों का इतना प्यार सपोर्ट मिला है कि मेरे जिंदगी में खुशियों की कोई कमी नहीं रह गई है आप सभी लोगों का दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद।
ऐसी मोहब्बत से हमेशा सतर्क रहना जहां मीठी-मीठी बातें तो ज्यादा होती है मगर वफ़ा के नाम पर कुछ भी नहीं होता
आजकल उनसे कुछ कहना नहीं पड़ता दिल में झांक कर मेरी चाहतों को पहचान लेते हैं
जैसे-जैसे उनकी नजर बदल रही है वैसे-वैसे हर नजारे बदल रहे हैं जैसी हम तमन्ना रखते हैं वैसे उनके ठिकाने बदल रहे हैं
कब तक अकेला चलता रहूं इश्क की राहों पर तुम भी तो कुछ इशारा करो
क्या कहूं तेरी बेवफाई पर कुछ कहूं तो अपनी ही तोहीन होती है
मेरे अंदर आग है अपने लक्ष्य को पाने की मेहनत लगन ईमानदार बस यही मेरी पहचान है रोक ले मुश्किल कितना भी मेरी राहें ठान लिया है हर हाल में मंजिल पाने की अब अपनी मुकद्दर जरूर बदलेगी
कहने को बहुत कुछ कहना चाहता हूं हमेशा आपके दिल में रहना चाहता हूं कब तक वक्त गुजारू दीदार के प्यार में थोड़ी सी हिम्मत जुटाकर आगे बढ़ना चाहता हूं
असली प्यार नजर से होता है लफ्ज़ खामोश है कोई फर्क नहीं पड़ता बिन कहे दिल सब कुछ समझ जाता है
जिस प्यार की चाहत थी वो मुझे नसीब हो गया है जो हर पल ख्वाबों खयालों में था आज वो हकीकत बनकर करीब हो गया है
मेरे जिंदगी में आग उस बेवफा ने लगाई मेरी वफ़ा भी उस पत्थर दिल को पिघला नहीं पाई
मेरी चाहते हैं उसके इरादों के करीब है अब ये एहसास हो गया है वो मेरा नसीब है
बेवफा इश्क के जाल में फसता ही जा रहा हूं जिसे चाहा जान से ज्यादा उसी से हर रोज सताया जा रहा हूं
तुम कितने लोगों को और रखोगी फेवर में हम जल रहे हैं बदले इस तेवर में किस-किस को आजमाओगी मोहब्बत का बहाना देकर बोलो कब तक हम मरते रहेंगे बेरुखी इस ज़हर में
वो गजल लिख रहे हैं मेरे प्यार की मेरे ख्वाबों में रहकर मेरे इकरार की उनकी लफ्जों में बस मेरा नाम है लगता है उनको भी मोहब्बत हो गई बेइंतेहा मेरे इंतजार की
तेरी हर गलती को चुपचाप बर्दाश्त करते हैं सिर्फ इसलिए कि तुझे बेइंतहा प्यार करते हैं लोग बेशक समझे ये मेरी कमजोरी है पर ये हमारी फितरत है तुझे टूटने ना दूं इसीलिए हर दर्द से लड़ते हैं
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