आजादी के रंग 15 अगस्त 2025 देशभक्ति शायरी

ना कभी झुकेंगे ना कभी सर झुकाएंगे जिएंगे अपने वतन के लिए मारेंगे अपने वतन के लिए।

अनेकता में एकता देश की शान है यहां हर धर्म के लोग रहते हैं हिंदू ,मुस्लिम, सिख, इसाई हम सब भाई - भाई हैं।

वतन हमारा ऐसा है सारे जहां से अच्छा है। 

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