हिंदी कविता सुंदर सुंदर फूलों से बागों का दृश्य बदल गया है अच्छी सुगंध हवा में फैल गया है मन को शीतल करने वाली चिड़ियों की चहचहाहट खुशियों का रस घोल रही है बादल के पानी की बूंदे तन को भिगो रही है चारों तरफ हरियाली से पर्यावरण सुशोभित है जिधर दृष्टि पड़ती है उधर ह्रदय लोभित हैै
जो सपना देखा है
जो सपना देखा है उसको पूरा करना है हर अवसर का लाभ उठाना है कामयाबी के राहों पर हरदम कदम बढ़ाना है मुश्किल चाहे कोई भी आए हल करने का उचित साधन अपनाना है मंजिल की ओर आगे बढ़ते जाना है
अब हर दिन खुशियों में गुजरेगा कठोर संघर्षों से भाग्य बदल गया है मुश्किलें हट गई है सही पड़ाव पर आया हूं इस दिन के प्रतीक्षा में बहुत ठोकर खाया हूं