मां बाप की दुलारी बेटी-हिंदी कविता संग्रह

मां-बाप की दुलारी बेटी, जग निर्माण करती बेटी, बगैर बेटी सूनी गलियां रह जाएंगी धरती वीरान हो जाएगी सब कुछ खत्म हो जाएगा बेटी की रक्षा, अच्छे संस्कार, अच्छी शिक्षा देना है हर बेटी की रक्षा करने का दृढ़ संकल्प लेना है

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