जीवन में खुशियों का सवेरा हो गया मन की चाहतों की तरह दुखों का लुप्त अंधेरा हो गया मुस्कुराते हुए दिन गुजरने लगा है मेरे प्रति गलत विचार रखने वालो की मंशा बदलने लगा है
जीवन सार्थक हो गया
जीवन सार्थक हो गया हर अरमान पूरा हो गया जिंदगी की महफिल में खुशियों का इंतजाम पूरा हो गया जबसे सही मंजिल मिल गई है मेरे तलाश का काम पूरा हो गया