Hindi shayari sangrah | Love shayari
वादों को तोड़कर आंखों में नमी दे गई जिंदगी में ढेर सारी कमी दे गई दिल टूटकर इतना बिखर गया है आजकल कहीं मन लगता नहीं हैखुद को अधूरा महसूस करता हूं कहीं मुझको अकेला न छोड़ा करो इंतजाम ऐसा करो हर पल दीदार होता रहे जिंदगी में मोहब्बत की रसधार बहती रहे
आंखों से हर बात कहने लगी है मुझे महसूस होने लगा है बेहद प्यार करने लगी है ख्वाब पूरा होने का आगाज होने लगा है रूह में प्यार बनकर उतरने लगी है
कितना इंतजार करना पड़ेगा जो वादों से अच्छे ख्वाब दिखाया है धैर्य रखना अब मेरे बस में नहीं है सभी चाहतों को पूरा करने का इंतजाम कर दो
दिल लगाने से पहले थोड़ा और सोच लो बीच सफर में साथ छोड़कर नहीं जाओगे उम्र भर हद से ज्यादा प्यार करते रहोगे कभी कहीं और अपने मन को बहकने न दोगे