HINDI SHAYARI
वक्त बदल गया है तकदीर बदल गई है जो दिन-रात ख्वाब सजा रहा हूं अपनी मोहब्बत स्वीकार हो गई है अब साथ मिल जाएगा जीने में कोई तकलीफ नहीं होगी
shayari |
तुम अपने वादों से मुकर जाओगी शराफत के पर्दे में इश्क का झांसा देकर जो ठगने की कोशिश कर रही हो स्वार्थ सिद्ध होते ही बदल जाओगी मैं तन्हाई में डूब कर रह जाऊंगा