सच कह रहा हूं मुझे मोहब्बत हो गई है आजकल यादों में डूबा हुआ हूं नींद आती नहीं है अगर मुलाकात हो न सके हर वक्त फोन पर बात होती रहे मन चाहता है जुड़ जाएं ऐसे एक पल के लिए कनेक्शन न टूटे कभी
जबसे प्यार भरी नजरों से देखा है मैं मोहब्बत का ख्वाब देखने लगा हूं दुआ करता हूं मन की ख्वाहिशों का इजहार हो जाए उनकी तरफ से मेरी चाहते बिना मुश्किल कोई स्वीकार हो जाए
अब दिल को संभाल पाना आसान नहीं होगा अपने जज्बातों को संभाल पाना आसान नहीं होगा खूबसूरत अदाओं मीठी बातों से मन को लुभाकर चली जाओगी तसल्ली देकर खुद को संभालना पड़ेगा ऐसा चस्का लगाकर चली जाओगी
सोचते हैं अब अपनी मोहब्बत खुलेआम कर दे छुप छुप के मिलना गवारा लगता नहीं है आजकल लगाव इस तरह हो गया है उसके बिना गुजारा चलता नहीं है
तुम्हारी आंखों में मोहब्बत महसूस किया है इजहार करने से क्यों कतरा रही हो हम दोनों में अब तक कुछ हुआ ही नहीं है बातों में बर्ताव ऐसा दिखला रही हो