दीपावली पर छोटी कविता-kavita sangrah

दीपावली पर छोटी कविता

हर मंजर जगमग हो गया हृदय प्रफुल्लित हो गया मजबूत हौसलों से उज्जवल भविष्य के सपने देखने लगे हैं दुख के अंधियारे को मिटाने का संकल्प लिए है सही मार्ग पर चलना अच्छे से सीख लिए है

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